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Sunday, 1 July 2018

सुविचार

नरशरीर में तबतक किसी किसी प्रकार के रोग के जीवाणुओं का आक्रमण नहीं हो सकता जबतक वह दुराचरण, क्षय कुखाद्य और  असंयम के कारण पहले ही से दुर्बल और हीनवीर्य नहीं हो जाता।
                                                                     
  -स्वामी विवेकानंद

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